बिलासपुर। वर्ल्ड इमरजेंसी मेडिसिन डे के मौके पर अपोलो हॉस्पिटल्स ने मंगलवार को एक शॉर्ट फिल्म जारी की, जिसका मकसद 1066 इमरजेंसी हेल्पलाइन के प्रति जागरूकता फैलाना है। फिल्म में यह संदेश दिया गया है कि आपात स्थिति में खुद वाहन चलाकर अस्पताल ले जाने के बजाय 1066 पर कॉल करना अधिक सुरक्षित विकल्प है।
फिल्म में दो घटनाओं के माध्यम से यह दिखाया गया है कि एम्बुलेंस द्वारा मौके पर इलाज शुरू होने से जान बचने की संभावना बढ़ जाती है, जबकि देरी जानलेवा साबित हो सकती है। अपोलो हॉस्पिटल्स हर साल तीन लाख से ज्यादा आपातकालीन मामलों को संभालता है और यह देश का पहला निजी अस्पताल है जिसने 1066 हेल्पलाइन की शुरुआत की थी।
संस्थान की रणनीति निदेशक सिंदूरी रेड्डी ने बताया कि, “हमारी एम्बुलेंस आधुनिक जीवन रक्षक उपकरणों से लैस हैं और हमारी टीमें मौके पर ही इलाज शुरू कर देती हैं। हमारा उद्देश्य है कि मरीज को पहली मदद तत्काल और सुरक्षित रूप से मिले।”अपोलो की एम्बुलेंस ECG, वेंटिलेटर और अन्य जरूरी सुविधाओं से युक्त हैं, जिससे मरीज को अस्पताल ले जाते समय भी इलाज जारी रहता है। टीम अस्पताल को पहले से अलर्ट कर देती है, जिससे मरीज के पहुंचने तक तैयारी पूरी रहती है।