लूतरा शरीफ में 9 से 12 अक्टूबर तक सूफियाना कलाम, कव्वाली और नात से महकेगी फिज़ा, जायरीन के स्वागत में सजी दरगाह..
“दो रोटी कम खाओ, लेकिन बच्चों को खूब पढ़ाओ” शिक्षा और अमन का संदेश बनेगा उर्स का आकर्षण केंद्र..
बिलासपुर। सूफी संत हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह का 67वां सालाना उर्स पाक गुरुवार 9 अक्टूबर से लूतरा शरीफ दरगाह में शुरू होगा। परंपरागत परचम कुशाई के साथ सुबह 11 बजे उर्स का आगाज़ होगा, जबकि समापन 12 अक्टूबर (रविवार) को कुल की फातिहा और दुआएं सलामती के साथ किया जाएगा।
दरगाह कमेटी के चेयरमैन इरशाद अली ने बताया कि शासन-प्रशासन के सहयोग से सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार देशभर से लाखों जायरीन (श्रद्धालु) के आने की उम्मीद है। उर्स के दौरान धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी।

पहले दिन: परचम कुशाई, संदल चादर और नातिया मुशायरा..
सुबह 11 बजे परचम कुशाई की रस्म अदा की जाएगी। दोपहर 3 बजे दादी अम्मा का संदल चादर निकलेगा, जिसमें नागपुर की जमील मैकस मटका पार्टी शिरकत करेगी। रात 9 बजे दरगाह परिसर के समा महफिल हॉल में ऑल इंडिया नातिया मुशायरा होगा, जिसमें देश के प्रसिद्ध शायर मोहम्मद अली फैज़ी, नदीम रज़ा फैज़ी, गुलाम नूरे मुजस्सम और डॉ. जाहिर रहबर अपनी नातें पेश करेंगे। मुशायरे का संचालन कफील अंबर खान अशरफी करेंगे।
दूसरे दिन: मज़ार पाक का गुस्ल और शाही संदल..
शुक्रवार दोपहर 12:40 बजे मज़ार पाक का गुस्ल किया जाएगा। इसके बाद बिलासपुर की राज बैंड पार्टी की अगुवाई में नानी अम्मा की दरगाह खम्हरिया मस्जिद से शाही संदल निकलेगा। रात में मालेगांव (महाराष्ट्र) के प्रसिद्ध धर्मगुरु हजरत मौलाना सैय्यद अमीनुल कादरी साहब तकरीर फरमाएंगे।

तीसरे दिन: सूफियाना कव्वाली से गूंजेगी रात..
शनिवार की रात दरगाह के सामने वन विभाग गार्डन में सूफियाना कव्वाली का शानदार कार्यक्रम होगा। मंच पर मुंबई के मशहूर कव्वाल मुज्तबा अजीज नाज़ा और राजस्थान के सूफी ब्रदर्स दिलशाद व इरशाद साबरी अपने कलाम पेश करेंगे।
चौथे दिन: कुल की फातिहा और रंग की महफिल..
रविवार को कुल की फातिहा से पहले रंग की महफिल सजेगी, जिसमें दिलशाद-इरशाद साबरी कव्वाली प्रस्तुत करेंगे। कुल की फातिहा जाइस किछौछा (उत्तर प्रदेश) के हजरत मौलाना सैय्यद मोहम्मद सलमान अशरफ साहब की सरपरस्ती में होगी, जो देश-प्रदेश की अमन-शांति की दुआ करेंगे।

लंगर, वालेंटियर्स और सामाजिक संदेश..
चारों दिन दरगाह में 24 घंटे शुद्ध शाकाहारी शाही लंगर और सुबह चाय-नाश्ते की व्यवस्था रहेगी। करीब 200 वालेंटियर्स व्यवस्था संभालेंगे। उर्स में डीजे पर पूरी तरह रोक लगाई गई है ताकि माहौल शांत और अनुशासित रहे।
इस साल उर्स का मुख्य संदेश रहेगा –
“दो रोटी कम खाओ, लेकिन बच्चों को खूब पढ़ाओ।”
दरगाह कमेटी की ओर से 12 वर्ष तक के बच्चों को कॉपी, पेन और पेंसिल किट बांटे जाएंगे ताकि शिक्षा के महत्व को समाज तक पहुंचाया जा सके।
आयोजन में जुटे पदाधिकारी..
चेयरमैन इरशाद अली, उपाध्यक्ष मोहम्मद सिराज, सेक्रेटरी रियाज अशरफी, नायब सेक्रेटरी हाजी गुलाम रसूल, खजांची रोशन खान, सदस्य हाजी अब्दुल करीम बेग, फिरोज खान, हाजी मोहम्मद जुबेर, महबूब खान, मोहम्मद कुद्दूस, अब्दुल रहीम, दरगाह के खादिम, स्थानीय व्यापारी और ग्राम पंचायत पदाधिकारी आयोजन की तैयारियों में सक्रिय हैं।

