बिलासपुर। गरीब और जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई बीच में न रुके, इसके लिए बिलासपुर जकात फाउंडेशन ने इस साल भी मदद का हाथ बढ़ाया। 27 सितंबर को लखीराम ऑडिटोरियम में आयोजित वार्षिक कार्यक्रम में फाउंडेशन ने विभिन्न स्कूलों को छात्रों की फीस के लिए स्कॉलरशिप चेक प्रदान किए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता के.ए. अंसारी ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के आईपीएस अधिकारी मोहम्मद साकिब मौजूद रहे। विशेष अतिथियों में एसईसीएल के डिप्टी जीएम साकिब मोहम्मद, रेलवे के मोहम्मद हुसैन, लूतरा शरीफ कमेटी के अध्यक्ष इरशाद अली, डॉ. मोहसिन सिद्दीकी और डॉ. फरहा खान शामिल थे।
कार्यक्रम में आईआईटी, नीट, जेईई और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने वाले छात्रों को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही 10वीं और 12वीं में अच्छे अंक लाने वाले बच्चों की भी हौसला अफजाई की गई। मुख्य अतिथि मोहम्मद साकिब ने बच्चों से कहा कि पढ़ाई में मेहनत और लगन से ही सफलता मिलती है, पैसे की कमी कभी उनकी शिक्षा में रुकावट नहीं बनने दी जाएगी।
फाउंडेशन के अध्यक्ष सरफराज खान (पाशा भाई) ने कहा कि कोई भी बच्चा पढ़ाई बीच में न छोड़े, इसके लिए संस्था हर संभव मदद करेगी। उपाध्यक्ष एम.एन. रिजवान ने शिक्षा को समाज और रूहानी तरक्की की कुंजी बताया। सचिव आमिर खान ने जानकारी दी कि पिछले 3 सालों में फाउंडेशन ने 300 से ज्यादा बच्चों की पढ़ाई में मदद की है और आने वाले समय में और अधिक छात्रों को सहयोग दिया जाएगा।

कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को भी “शान-ए-बिलासपुर” सम्मान देकर सम्मानित किया गया।
फाउंडेशन की टीम में निसार खान, गौस मोहम्मद, महफूज खान, शौकत अली, सैयद रज्जाक अली, रफीक, यासीन कुरेशी, मोहम्मद इमरान, मुकीम, खालिद सहित अन्य सदस्यों ने आयोजन को सफल बनाया।

