बिलासपुर। कहते हैं प्यार की कोई उम्र नहीं होती, और इसे साबित कर दिखाया है बिलासपुर के सरकंडा इलाके के चिंगराजपारा अटल आवास में रहने वाले 75 साल के दादूराम गंधर्व और 45 साल की महिला ने। दोनों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शिव मंदिर में सात फेरे लेकर एक-दूसरे का साथ निभाने का वादा किया। खास बात ये रही कि शादी के अगले ही दिन पत्नी ने करवाचौथ का व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना की।
गुरुवार को अटल आवास परिसर के मंदिर में सुबह से ही हलचल थी। मोहल्ले वाले इस अनोखी शादी के गवाह बनने के लिए पहुंच गए थे। दादूराम पारंपरिक कुर्ता-पायजामा और साफा पहनकर पहुंचे, जबकि महिला को मोहल्ले की महिलाओं ने सुहागन के जोड़े में सजाया। पंडितजी के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दोनों ने सात फेरे लिए, वरमाला डाली और दादूराम ने अपनी दुल्हन के माथे पर सिंदूर भरा। इसके बाद मिठाइयां बांटी गईं और मोहल्लेवालों ने नाच-गाकर खुशियां मनाईं।
बताया जाता है कि महिला की शादी करीब 25 साल पहले हुई थी और उसके दो बच्चे हैं। लेकिन पति के शराबी और हिंसक स्वभाव के कारण उसने करीब दस साल पहले अलग होने का फैसला लिया था। इसके बाद वह घरों में काम कर जीवनयापन कर रही थी। वहीं, दादूराम मजदूरी करते हैं। मंदिर में दोनों की मुलाकात होती रही, और धीरे-धीरे बातचीत ने दोस्ती और फिर अपनापन का रूप ले लिया। एक-दूसरे की देखभाल और समझ ने दोनों को इतना करीब ला दिया कि उन्होंने समाज की परवाह किए बिना शादी का निर्णय ले लिया।
अब चिंगराजपारा में यह जोड़ा चर्चा का केंद्र बना हुआ है। लोग इस शादी को प्यार और साथ की सच्ची मिसाल बता रहे हैं। मोहल्ले के लोगों का कहना है। “आज के दौर में जब रिश्ते जल्दी टूट जाते हैं, ऐसे में इन दोनों ने साबित कर दिया कि साथ निभाने की कोई उम्र नहीं होती”।

