बिलासपुर। तीन दशकों से कोल्हापुर के एक जैन मठ में श्रद्धा और आस्था की प्रतीक बनी हथिनी ‘माधुरी’, जिन्हें श्रद्धालु ‘महादेवी’ कहकर पूजते थे, अब विवादों के केंद्र में हैं। बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर माधुरी को हाल ही में गुजरात के जामनगर स्थित ‘वनतारा’ वन्यजीव संरक्षण केंद्र भेजा गया, जिससे देशभर में हंगामा मच गया।
PETA की याचिका बनी विवाद की जड़..
दरअसल, PETA इंडिया ने अदालत में याचिका दायर कर कहा कि माधुरी को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं – जैसे गठिया, बेचैनी और आक्रामक व्यवहार। इसके आधार पर हाई पावर्ड कमेटी की सिफारिश और बॉम्बे हाईकोर्ट के निर्देशों पर सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे वनतारा भेजने को मंजूरी दी।

जैन समाज का आक्रोश और जनआंदोलन..
लेकिन कोल्हापुर से लेकर देश के कई हिस्सों में इस फैसले का तीव्र विरोध हुआ। जैन संतों और श्रद्धालुओं ने कहा कि माधुरी सिर्फ एक जानवर नहीं, बल्कि धार्मिक परंपरा का जीवंत प्रतीक हैं।
2 लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन हस्ताक्षर कर माधुरी को वापस लाने की मांग की। 45 किलोमीटर लंबी मौन पदयात्रा निकाली गई, ज्ञापन सौंपे गए और सोशल मीडिया पर “#BringBackMadhuri” जैसे अभियान छिड़ गए। इतना ही नहीं, लोगों ने Jio का बहिष्कार करने की अपील की, क्योंकि वनतारा रिलायंस ग्रुप के तहत आता है।

आंचल जैन ने PETA से दिया इस्तीफा..
इस पूरे घटनाक्रम में बिलासपुर (छत्तीसगढ़) की PETA इंडिया की एसोसिएट आंचल जैन ने भी बड़ा कदम उठाया। उन्होंने PETA से इस्तीफा देते हुए कहा कि जैन समाज के लिए जीवदया सर्वोच्च है और माधुरी के मुद्दे पर PETA के बयान ने पूरे समाज को आहत किया है। सामाजिक और धार्मिक भावनाओं के सम्मान में उन्होंने संगठन को अलविदा कहा।

क्या है वनतारा..
‘वनतारा’ रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी द्वारा स्थापित एक भव्य वन्यजीव संरक्षण केंद्र है, जो गुजरात के जामनगर में लगभग 3000 एकड़ में फैला हुआ है। यह आधुनिक सुविधाओं से लैस एक प्राइवेट एनिमल वेलफेयर प्रोजेक्ट है, जहां देश-विदेश के दुर्लभ वन्यजीवों की देखभाल की जाती है।
मूल सवाल: धर्म या देखभाल..
अब सवाल यह है कि क्या माधुरी की देखभाल के नाम पर उसकी धार्मिक पहचान और आस्था से जुड़े संबंधों की अनदेखी की जा रही है। या वनतारा में उसे बेहतर जीवन मिलेगा? यह मामला सिर्फ एक हथिनी का नहीं, बल्कि परंपरा और आधुनिक पशु अधिकारों के बीच टकराव का बन गया है। हालांकि राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन होने के बाद अब ऐसी खबरें भी है की माधुरी को वापस कोल्हापुर जैन मठ लाया जाएगा।

