बिलासपुर। तखतपुर नगर की जर्जर सड़कों से त्रस्त नागरिकों का आक्रोश गुरुवार को खुलकर सामने आ गया जब केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू के काफिले को मनियारी नदी पुल पर विरोध कर रहे युवाओं ने बीच सड़क पर रोक दिया। मंत्री तखतपुर के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद जैसे ही वापस मुंगेली के लिए रवाना हुए, उसी समय स्थानीय नागरिकों ने रास्ता रोककर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। नाराज लोगों ने कहा कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, ठोस कार्रवाई चाहिए।
दरअसल, तखतपुर की प्रमुख सड़क बेलसरी मोड़ से बरेला तक पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि आए दिन वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। हाल ही में एक गैस सिलेंडर से भरी ऑटो गड्ढे में पलट गई, वहीं दोपहिया वाहनों की दुर्घटनाएं अब आम हो चुकी हैं। बारिश में गड्ढों में पानी भर जाने से हालात और भी खतरनाक हो जाते हैं। इन सड़कों को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार नाराजगी जताई जा रही है और स्थानीय समाचार पत्रों में भी यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई।
केंद्रीय मंत्री के आगमन पर लोगों ने यही मौका उपयुक्त समझा और उनके सामने ही अपना विरोध दर्ज कराया। पुल पर मंत्री का काफिला जैसे ही पहुंचा, प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने उसे रोक लिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन जनता का गुस्सा साफ नजर आ रहा था।
इधर कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को लेकर मोर्चा खोल दिया है और 11 जुलाई को वृहद आंदोलन की घोषणा की है। कांग्रेस का कहना है कि अब जनता की समस्याओं पर चुप बैठना अन्याय होगा और पार्टी सड़क की मरम्मत को लेकर प्रशासन से सीधे जवाब मांगेगी।
बता दे कि तखतपुर की सड़कें सिर्फ जर्जर नहीं हैं, बल्कि आमजन के लिए खतरा बन चुकी हैं। जनता की मांग है कि अब केवल योजनाओं और बजट की बातें नहीं, ज़मीन पर काम दिखना चाहिए। मंत्री का काफिला रोकने की घटना यह साफ संकेत है कि अगर जल्द सुधार नहीं हुआ, तो जनता खुद सड़क पर उतरकर जवाब मांगेगी।