सुरक्षा कवच के नाम पर करोड़ों खर्च, फिर भी बिलासपुर ज़ोन में क्यों नहीं लागू?
दोषी अफसरों और रेल मंत्री पर कार्रवाई, घायलों को 20-20 लाख और मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़ मुआवज़े की मांग।
बिलासपुर। बिलासपुर रेल हादसे को लेकर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार और रेलवे प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंका शुक्ला ने कहा कि बिलासपुर जोन देश का सबसे अधिक राजस्व देने वाला रेल ज़ोन है, लेकिन यहाँ सुरक्षा कवच (Kavach System) अब तक लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बार-बार सुरक्षा कवच का ढिंढोरा पीटते हैं, मगर यह केवल जुमला बनकर रह गया है। करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे है।
प्रियंका शुक्ला ने सवाल उठाया कि रेलवे हादसों में मुआवज़े का निर्धारण किस आधार पर किया जाता है? एक सामान्य सड़क दुर्घटना में अदालतें पीड़ित की आय, उम्र और भविष्य की कमाई को देखकर मुआवज़ा तय करती हैं, लेकिन रेलवे हादसे में मुआवज़ा सिर्फ़ 5 या 10 लाख रुपए क्यों? उन्होंने कहा कि ये राशि बेहद शर्मनाक और अन्यायपूर्ण है। ऐसे हादसों में जान गंवाने वालों के परिवारों को कम से कम 1 करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए।
जिला उपाध्यक्ष संतोष बंजारे ने केंद्र सरकार की चुप्पी पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि यह सिर्फ़ राज्य नहीं बल्कि केंद्र का भी मामला है। हादसे को कई दिन हो गए लेकिन न रेल मंत्री का कोई बयान आया, न प्रधानमंत्री का कोई संवेदन संदेश। यह केंद्र की असंवेदनशीलता को दर्शाता है। उन्होंने सवाल किया कि जिन बच्चों के माता-पिता इस हादसे में मारे गए, उनके भविष्य की क्या योजना है? क्या 10-20 लाख में किसी का जीवन फिर से बस सकता है?
पार्टी नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि रेलवे ने ड्राइवर को दोषी ठहराने की जल्दबाज़ी की, जबकि वह देश सेवा करते हुए शहीद हुआ है। यह बड़ी लापरवाही और साज़िश है ताकि ऊँचे पदों पर बैठे अधिकारियों को बचाया जा सके। टेक्निकल स्टाफ, सिग्नल टीम और वरिष्ठ अफसरों की जिम्मेदारी कौन तय करेगा?”

प्रियंका शुक्ला ने कहा कि हादसे के दिन मौके पर प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व पूरी तरह नदारद था। तीसरे दिन फोटो खिंचवाने पहुँचना केवल दिखावा है, जनता ऐसे असंवेदनशील रवैये को माफ नहीं करेगी।
आम आदमी पार्टी ने मांग की कि…
हादसे के लिए जिम्मेदार रेलवे अधिकारी और रेल मंत्री पर कार्यवाही की जाए।
मृतकों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपए मुआवज़ा और एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
घायलों को 20-20 लाख रुपए का मुआवज़ा दिया जाए।
मृतक लोको पायलट विद्यासागर को “शहीद” का दर्जा दिया जाए।
बिलासपुर ज़ोन में तत्काल सुरक्षा कवच प्रणाली लागू की जाए।
पार्टी ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी पीड़ित परिवारों के साथ है और न्याय की लड़ाई सड़क से लेकर न्यायालय तक लड़ेगी।

प्रेस वार्ता में प्रियंका शुक्ला (प्रदेश उपाध्यक्ष), संतोष बंजारे (जिला उपाध्यक्ष), इरफान सिद्दीकी, नूरुल हुदा एवं विवेक यादव समेत आप के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल रहे।

