आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा हॉस्पिटल, मृतकों के परिजनों और घायलों से मुलाकात कर जानी वस्तुस्थिति।
प्रियंका शुक्ला ने कहा रेलवे का सेफ्टी सिस्टम फेल, अडानी के कोयले को यात्रियों से ज्यादा प्राथमिकता।
बिलासपुर। बिलासपुर जिले के गतौरा रेलवे स्टेशन पर हुई दर्दनाक रेल दुर्घटना में 11 लोगों की मौत और कई यात्री घायल हुए हैं। इस हादसे को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) छत्तीसगढ़ ने गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई है।
घायलों और मृतकों के परिजनों से मिलने आप का प्रतिनिधिमंडल बिलासपुर के अस्पताल पहुंचा, जहां उन्होंने स्थिति की जानकारी ली।

प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंका शुक्ला और संगठन मंत्री अरुण नायर ने कहा कि यह हादसा रेलवे की लापरवाही और अमले में तालमेल की कमी का परिणाम है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर कोयले से भरी मालगाड़ी उस ट्रैक पर कैसे आ गई और पैसेंजर ट्रेन को इसकी जानकारी क्यों नहीं मिली? उन्होंने आरोप लगाया कि रेलवे यात्री ट्रेनों से ज्यादा अडानी की कोयला ट्रेनों को प्राथमिकता देता है, जिससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
प्रियंका शुक्ला ने रेल मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ समय पहले उन्होंने दावा किया था कि अब रेल हादसे नहीं होंगे और सेफ्टी सिस्टम पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं, लेकिन यह सिस्टम फेल हो गया। उन्होंने कहा कि पहले के रेल मंत्री छोटी घटनाओं पर भी इस्तीफा दे देते थे, मगर वर्तमान मंत्री जिम्मेदारी से बच रहे हैं।
बिलासपुर लोकसभा अध्यक्ष ईश्वर चंदेल और जिलाध्यक्ष खगेश चंद्राकर ने कहा कि केंद्र सरकार को सभी मृतकों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये मुआवजा, घायलों को 10-10 लाख रुपये, और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देनी चाहिए। साथ ही, हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्री से इस्तीफा मांगा।
इस दौरान आप के कई पदाधिकारी मौजूद रहे सूरज उपाध्याय, वदूद आलम, उत्तम जायसवाल, भानुप्रकाश चंद्रा, दुर्गा झा, अरुण नायर, ईश्वर चंदेल और खगेश चंद्राकर।

